हँसो ! क्योंकि हँसने के हैं फ़ायदे अनेक ! hansne ke fayde
हल्की सी बारिश हुई थी. शाम को पार्क में मैं टहल रहा था. अचानक पैर फिसला और….. धड़ाम। .. मैं गिर पड़ा. लोग मेरी ओर देखने लगे. मैं सकपकाया। पर मैं संभलते हुए हँसने लगा, यह देख लोग मेरी ओर दौड़े और मेरी ओर हाथ बढ़ा दिया। वे भी हँस पड़े. और पार्क में ठहाका गूंजने लगा. दोस्तों, हंसने के फ़ायदे (hansne ke fayde hindi me) अनेक हैं।
हंसना क्यों ज़रूरी है ?
हँसी एक मधुर घटना है।
हँसी यानि laughing हमारे जीवन की मधुर घटनाओं में से एक है। कहते हैं न – लाख दुःखों की एक दवा है क्यों ना आज़माएँ , एक ज़ोर का ठहाका लगाएं। इस हँसी को पाने के लिए हमें ज़रा सा Light hearted मूर्ख या बुद्धू तो… होना पड़ेगा। या तो आप गंभीर व्यक्तित्व वाले हों या एक Funny Personality वाले व्यक्ति हों। आपको यह जानकर थोड़ा आश्चर्य ज़रूर होगा की दुनिया के बहुत से महान बुद्धिमान व्यक्ति थोड़ा बुद्धू /मूर्ख भी थे।
महान विद्वान लाओत्से कहते थे- ” मेरे अंदर बुद्धि और मूर्खता दोनों हैं.” और really यह देखा भी गया है जब ये दोनों गुण किसी व्यक्ति में होता है, तो वो सफलता, श्रेश्ठता , success की ओर बढ़ता चला जाता है.

ऐसा इसलिए है क्योंकि एक हँसमुख व्यक्ति में कई प्रैक्टिकल गुण आ जाते हैं. आपके पर्सनालिटी से लोग प्रभावित होते हैं. आप आसानी से उन्हें अपना दोस्त बना लेते हैं. आप में आत्मविश्वास बढ़ जाता है.
हास्य टॉनिक है, राहत है, दर्द रोकनेवाला है.
– चार्ली चैपलिन
क्यों हंसी सबसे अच्छी दवा है?
आज हमारी दुनिया भाग – दौड़ वाली हो गयी है और हमारे life का schedule बहुत ही busy हो गया है। हम अपने लक्ष्य या कहें life के Goals को achieve करने के लिए भाग रहें हैं… भाग रहें हैं… और एक टेंशन भरी life जिए जा रहें है. जिस कारण हम हृदय रोग (Heart Problems), मानसिक तनाव (Depression), Blood Pressure जैसी कई बीमारियों का शिकार हो रहें हैं.
थोड़ा सा बचपना
आशावादी और निराशावादी में अंतर – एक आशावादी भुलाने के लिए हँसता है जबकि एक निराशावादी हँसना ही भूल जाता है. – टॉम बाडेट
इसलिए गंभीरता से थोड़ा बाहर निकलें। थोड़ा सा बुद्धूपन , थोड़ा सा बचपना लाएं अपने जीवन में। और आप अपने आपको हँसते हुए , खिलखिलाते हुए पायेंगें।और आपके आसपास के लोग भी आपके साथ हँसेंगे, खिलखिलायेंगे और स्वस्थ तन – मन का एहसास करेंगे।और हँसी के द्वारा अपने life में एक नई चेतना, नयी उमंग और एक new energy का अनुभव करें।
हँसकर भी जीना है, रोकर भी जीना है. जब जीना ही है तो क्यों नहीं हँसते – हँसते जिया जाये। – चार्ली चैपलिन
अपने विचार comment box में ज़रूर लिखें।
Nice stuffs, waitng for more in near future.